भारत के स्वाद के साथ क्रिसमस का जादू

इस वर्ष आपके उपहार मसालेदार और अविस्मरणीय हों

  • गरम मसाला (100 ग्राम)

    गरम मसाला एक क्लासिक मसाला मिश्रण है जो भारतीय व्यंजनों का केंद्र है। मसाले का यह संस्करण उपयोग से ठीक पहले पीसने पर ताजगी और स्वाद की परिपूर्णता की अनुमति देता है। यह करी, मसालों और मैरिनेड में एक समृद्ध, गर्म स्वाद जोड़ने के लिए एकदम सही है। गरम मसाले में इलायची और दालचीनी जैसे मसाले होते हैं, जो अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाने जाते हैं।

  • अदरक और लहसुन का पेस्ट

    यह पेस्ट भारतीय व्यंजनों के दो आवश्यक तत्वों - अदरक और लहसुन को मिलाता है। यह करी, मैरिनेड और तंदूरी व्यंजनों में तीव्र और सुगंधित स्वाद जोड़ता है। अदरक अपने पाचन और सूजन-रोधी गुणों के लिए जाना जाता है, जबकि लहसुन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।

  • काली मिर्च (100 ग्राम)

    काली मिर्च, जिसे 'मसालों का राजा' कहा जाता है, न केवल तीखापन, बल्कि व्यंजनों में स्वाद की गहराई भी जोड़ने में महत्वपूर्ण है। ताज़ी पिसी हुई काली मिर्च आवश्यक तेल छोड़ती है, जिससे एक अनूठी सुगंध मिलती है जो हर व्यंजन को बढ़ा देती है। अपने पाक लाभों के अलावा, काली मिर्च पाचन तंत्र पर इसके लाभकारी प्रभावों के लिए जानी जाती है।

  • काला नमक (100 ग्राम)

    काला नमक, जिसे 'काला नमक' भी कहा जाता है, भारतीय व्यंजनों में एक अद्वितीय सामग्री है। इस नमक का स्वाद हल्का होता है और इसका उपयोग अक्सर चाट, रायता और अन्य व्यंजनों में किया जाता है। इसमें नियमित नमक की तुलना में कम सोडियम होता है और इसे एक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प माना जाता है।

  • दाल मखनी मसाला (100 ग्राम)

    यह मसाला मिश्रण क्लासिक दाल मखनी व्यंजन तैयार करने के लिए बनाया गया था। इसमें मसालों का एक संयोजन होता है जो एक साथ मिलकर एक समृद्ध और जटिल स्वाद बनाता है, जो स्ट्यू को गहराई और सुगंध देने के लिए आदर्श है।

  • सरसों के बीज (100 ग्राम)

    सरसों के बीज कई भारतीय व्यंजनों में एक प्रमुख सामग्री हैं। भूनने पर, ये बीज एक मसालेदार सुगंध छोड़ते हैं जो करी, चटनी और अचार जैसे व्यंजनों को समृद्ध बनाती है। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है और सूजन-रोधी गुण होते हैं।

  • बासमती चावल (1किग्रा)

    यह उच्च गुणवत्ता वाला बासमती चावल, जो अपने लंबे, पतले दानों और स्पष्ट सुगंधित गंध के लिए जाना जाता है, असली भारतीय बिरयानी तैयार करने के लिए आदर्श है। बासमती चावल में अन्य प्रकार के चावल की तुलना में कम स्टार्च होता है, जिससे इसे पचाना आसान हो जाता है। यह करी और मसाले के समृद्ध स्वाद को अवशोषित करने के लिए एकदम सही है।

  • टिक्का मैरिनेड पास्ता - हल्का

    इस हल्के मसालेदार टिक्का मैरिनेड में पारंपरिक भारतीय मसालों का मिश्रण होता है जो मांस और सब्जियों को अविश्वसनीय स्वाद से समृद्ध करता है। तंदूरी व्यंजन तैयार करने के लिए आदर्श, इस पेस्ट का उपयोग करी के आधार के रूप में भी किया जा सकता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट और मसाले होते हैं जो पाचन को उत्तेजित करते हैं।

  • आटा आटा (1किलो)

    आटा आटा पारंपरिक रूप से नान और रोटी, क्लासिक भारतीय ब्रेड बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह फाइबर से भरपूर है, इसमें नियमित गेहूं के आटे की तुलना में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो इसे एक स्वास्थ्यवर्धक विकल्प बनाता है। यह आटा ब्रेड को पूर्ण स्वाद और बनावट देता है।

  • चना (0.5 किग्रा)

    चने बेहद बहुमुखी और उच्च प्रोटीन वाले होते हैं, जो उन्हें शाकाहारियों और शाकाहारियों के लिए एक बढ़िया विकल्प बनाते हैं। इसका उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जा सकता है, करी से लेकर सलाद तक, और यह लोकप्रिय चना मसाला व्यंजन तैयार करने का आधार भी है। इसके अलावा, चने फाइबर और खनिजों से भरपूर होते हैं।

  • सौंफ के बीज (100 ग्राम)

    सौंफ़ के बीज न केवल व्यंजनों को सुगंधित करते हैं, बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। वे पाचन में मदद करते हैं और सूजन को कम कर सकते हैं। सौंफ के बीज व्यंजनों में मीठा, सौंफ का स्वाद जोड़ते हैं और कई भारतीय करी और मीठी मिठाइयों में लोकप्रिय हैं।

  • मूंग दाल (0.5 किग्रा)

    मूंग दाल, जिसे हरी फलियाँ भी कहा जाता है, कई स्वस्थ और पौष्टिक भारतीय व्यंजनों में एक प्रमुख घटक है। पचाने में आसान, यह प्रोटीन और फाइबर से भरपूर है, और इसमें महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज भी शामिल हैं। यह विभिन्न प्रकार के स्टू और दाल व्यंजन तैयार करने के लिए आदर्श है, जो भरपूर स्वाद और पोषण प्रदान करता है।